Vastu Tips: आर्थिक तंगी से जूझने लगेंगे आप…भूलकर भी किसी से उधार न लें ये चीजें
Vastu Tips: सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र को जीवन का अहम हिस्सा माना गया है. यही वजह है कि घर बनवाने से लेकर ऑफिस तक का निर्माण कराने से पहले वास्तु शास्त्री की सलाह जरूर ली जाती है. ठीक इसी तरह वास्तु कुछ चीजों को मुफ्त में लेने के लिए शुभ नहीं मानता है. माना जाता है कि इन चीजों को उधार लेने से आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य समस्याएं और पारिवारिक कलह जैसी परेशानियों का सामना घर-परिवार को करना पड़ सकता है। हालांकि हमारे बड़े-बुजुर्ग भी हमेशा से इन चीजों को किसी से भी उधार लेने के लिए मना करते रहे हैं.
सरसों का तेल
वास्तु शास्त्र किसी से सरसों का तेल भी उधार लेने के लिए मना करता है. इसे धन और समृद्धि से जोड़ कर देखा जाता है. मान्यता है कि सरसों का तेल एक ऊर्जा का वाहक होता है और जब इसे मुफ्त में दिया या लिया जाता है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है।
नमक
वास्तु शास्त्र के अनुसार नमक को कभी भी किसी से मुफ्त में नहीं लेना चाहिए। नमक को शनि ग्रह से जोड़ा जाता है। माना जाता है कि इसे उधार लेने से रोग और कर्ज बढ़ सकता है. इसीलिए अगर किसी वजह से नमक लेना पड़े तो बदले में कुछ दे देना जरूर चाहिए।
लोहा
वास्तु शास्त्र की मानें तो लोहा या लोहे से बनी कोई भी चीज हमें किसी से मुफ्त में नहीं लेनी चाहिए. माना जाता है कि लोहा शनि ग्रह से ताल्लुक रखता है और शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। अगर हम किसी से लोहे की चीज मुफ्त में लेते हैं, तो यह माना जाता है कि हम शनि देव का ऋण ले रहे हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनि देव के ऋण के कारण जीवन में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं। मसलन रोग, आर्थिक तंगी और पारिवारिक कलह का घर में वास हो सकता है. इसलिए भूलकर भी लोहे की चीजें हमे किसी से उधार नहीं लेनी चाहिए, बल्कि खरीद लेना चाहिए और अगर किसी से लेने की मजबूरी फंसती है तो फिर बदले में कुछ न कुछ जरूर चुका दें.
सुई
कपड़ा सिलने वाली सुई को भी किसी से फ्री में नहीं लेना चाहिए और न ही इस्तेमाल करना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से घर में नकारात्मकता आती है और रिश्तों में खटास आ सकती है। सुई देने से परिवार में पारिवारिक कलह बढ़ता है। सुख-शांति भी नष्ट हो सकती है।
DISCLAIMER: यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। किसी भी धार्मिक कार्य को करते वक्त मन को एकाग्र अवश्य रखें। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)